Tag: Challapalli Swaroopa Rani
गोरैया
मैं कंटीली झाड़ियों में फँसकर
तड़पने वाली गोरैया हूँ
किसी भी तरफ़ हिलूँ
काँटे चुभेंगे मुझे ही
ये आज के काँटे नहीं हैं
पीढ़ियों से मेरे इर्द-गिर्द फैलायी
ग़ुलामी की ज़ंजीरें हैं
आगे कुआँ, पीछे...