Tag: Devaki Nandan Khatri

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चंद्रकांता : दूसरा भाग – छठवाँ बयान

तेजसिंह चंद्रकांता और चपला का पता लगाने के लिए कुँवर वीरेंद्रसिंह से विदा हो फौज के हाते के बाहर आए और सोचने लगे कि...
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चंद्रकांता : दूसरा भाग – पाँचवाँ बयान

"चंद्रकांता को ले जाकर कहाँ रखा होगा? अच्छे कमरे में या अँधेरी कोठरी में? उसको खाने को क्या दिया होगा और वह बेचारी सिवाय...
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चंद्रकांता : दूसरा भाग – चौथा बयान

महाराज शिवदत्त का शमला लिए हुए देवीसिंह कुँवर वीरेंद्रसिंह के पास पहुँचे और जो कुछ हुआ था, बयान किया। कुमार यह सुनकर हँसने लगे और...
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चंद्रकांता : दूसरा भाग – तीसरा बयान

कुछ दिन बाकी है। एक मैदान में हरी-हरी दूब पर पंद्रह-बीस कुर्सियाँ रखी हुई हैं और सिर्फ तीन आदमी कुँवर वीरेंद्रसिंह, तेजसिंह और फतहसिंह...
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चंद्रकांता : दूसरा भाग – पहला व दूसरा बयान

पहला बयान इस आदमी को सभी ने देखा मगर हैरान थे कि यह कौन है, कैसे आया और क्या कह गया। तेजसिंह ने जोर से...
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चंद्रकांता : पहला भाग – तेईसवाँ बयान

शाम को महाराज से मिलने के लिए वीरेंद्रसिंह गए। महाराज उन्हें अपनी बगल में बैठाकर बातचीत करने लगे। इतने में हरदयालसिंह और तेजसिंह भी...
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चंद्रकांता : पहला भाग – बाईसवाँ बयान

सुबह होते ही कुमार नहा-धो कर जंगी कपड़े पहन हथियारों को बदन पर सजा माँ-बाप से विदा होने के लिए महल में गए। रानी...
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चंद्रकांता : पहला भाग – इक्कीसवाँ बयान

दूसरे दिन महाराज जयसिंह दरबार में बैठे हरदयालसिंह से तेजसिंह का हाल पूछ रहे थे कि अभी तक पता लगा या नहीं कि इतने...
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चंद्रकांता : पहला भाग – बीसवाँ बयान

महाराज शिवदत्तसिंह ने घसीटासिंह और चुन्नीलाल को तेजसिंह को पकड़ने के लिए भेजकर दरबार बर्खास्त किया और महल में चले गए, मगर दिल उनका...
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चंद्रकांता : पहला भाग – उन्नीसवाँ बयान

तेजसिंह को छुड़ाने के लिए जब चपला चुनारगढ़ गई तब चम्पा ने जी में सोचा कि ऐयार तो बहुत से आए हैं और मैं...
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चंद्रकांता : पहला भाग – अठारहवाँ बयान

अब महाराज शिवदत्त की महफिल का हाल सुनिए। महाराज शिवदत्तसिंह महफिल में आ विराजे। रम्भा के आने में देर हुई तो एक चोबदार को...
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चंद्रकांता : पहला भाग – सत्रहवाँ बयान

चपला कोई साधारण औरत न थी। खूबसूरती और नजाकत के अलावा उसमें ताकत भी थी। दो-चार आदमियों से लड़ जाना या उनको गिरफ्तार कर...
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