Tag: Happiness and Sadness
पायल भारद्वाज की कविताएँ
दुःख जुड़ा रहा नाभि से
नाराज़गी का बोझ उठा सकें
इतने मज़बूत कभी नहीं रहे मेरे कंधे
'दोष मेरा नहीं, तुम्हारा है'
यह कहने के बाद मन ने...
जीवन और गुलाब
आपने गुलाब देखा होगा?
जीवन
गुलाब
काँटे
सौरभ
दुःख-सुख
एक साथ विद्यमान
कौन किस को चुभता है?
सौरभ को
समीर
गुलाब को काँटे
सुख को दुःख चुभ जाते हैं।
उसने कहा
'Usne Kaha', a poem by Rohit Thakur
उसने कहा सुख जल्दी थक जाता है
और दुःख एक पैसेंजर ट्रेन की तरह है
उसने सबसे अधिक गालियाँ
अपने आप...