Tag: Joy and Grief
जीवन और गुलाब
आपने गुलाब देखा होगा?
जीवन
गुलाब
काँटे
सौरभ
दुःख-सुख
एक साथ विद्यमान
कौन किस को चुभता है?
सौरभ को
समीर
गुलाब को काँटे
सुख को दुःख चुभ जाते हैं।
उसने कहा
'Usne Kaha', a poem by Rohit Thakur
उसने कहा सुख जल्दी थक जाता है
और दुःख एक पैसेंजर ट्रेन की तरह है
उसने सबसे अधिक गालियाँ
अपने आप...