Tag: Poems in December

वो पहली कविता

??? जब सूरज देर से उगता है चांदनी दुपहरी तक रुकती है तितलियों के बिछलते पंख मिलकर साजों से बजते हैं असंख्य मधुर तान उठती है गुलालों से भरी हथेलियों...
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