Tag: Silence in Poetry

Nishant

कविता में मौन

मैंने लिखे खण्डर बनते क़िले, युद्ध का यलग़ार, तलवारों की चमक, सभ्यताओं के विनाश के बारे में लिखा, और रात के सन्नाटे में सुनाई दी एक टिटहरी की चीख़ परमाणु बम की विभीषिकाओं और जलते...
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