UP Board Hindi Study Material. UP Board Hindi Gadya, UP Board Hindi Kahani, UP Board Hindi Nibandh. Read here the literature pieces from the syllabus of UP Board XII Hindi, UP Board 12th Hindi
Tag: UP Board Hindi Study Material – 12th
मैंने आहुति बनकर देखा
मैं कब कहता हूँ जग मेरी दुर्धर गति के अनुकूल बने,
मैं कब कहता हूँ जीवन-मरू नन्दन-कानन का फूल बने?
काँटा कठोर है, तीखा है, उसमें...
लाटी
अगर आपका अतीत आपके सामने आकर खड़ा हो जाए, जिसे आप अपने वर्तमान के साथ खड़ा नहीं कर सकते तो उससे नज़रें मिलाना कितना कठिन होगा? और अगर ऐसे में वह अतीत गूँगा हो, एकटक आपको घूरता सा प्रतीत हो और उसकी नियति का फैसला केवल आपके मौन या मौन न रहने पर निर्भर हो, तो आपका चुनाव इन विकल्पों में से क्या होगा?
अशोक के फूल
अशोक के फिर फूल आ गए हैं। इन छोटे-छोटे, लाल-लाल पुष्पों के मनोहर स्तबकों में कैसा मोहन भाव है! बहुत सोच-समझकर कंदर्प देवता ने...
निंदा रस
"निंदा कुछ लोगों की पूंजी होती है। बड़ा लम्बा-चौड़ा व्यापार फैलाते हैं वे इस पूंजी से। कई लोगों की प्रतिष्ठा ही दूसरों की कलंक-कथाओं के परायण पर आधारित होती है। बड़े रस-विभोर होकर वे जिस-तिस की सत्य कल्पित कलंक-कथा सुनते हैं और स्वयं को पूर्ण संत समझने की तुष्टि का अनुभव करते हैं।"
बहादुर
'बहादुर'। हमारे घरों में काम करने वाले दूर देशों से आए 'बहादुरों' की कहानी। किसी के काम से उस इंसान को तौलने की और उसी के आधार पर उसके साथ व्यवहार करने की हमारी आदतों को झेलना भी कम बहादुरी की बात तो नहीं! या है? पढ़िए..! :)
खून का रिश्ता
खाट की पाटी पर बैठा चाचा मंगलसेन हाथ में चिलम थामे सपने देख रहा था। उसने देखा कि वह समधियों के घर बैठा है...
पंचलाइट (पंचलैट)
"मुनरी की माँ ने पंचायत से फरियाद की थी कि गोधन रोज उसकी बेटी को देखकर 'सलम-सलम' वाला सलीमा का गीत गाता है- 'हम तुमसे मोहोब्बत करके सलम!' पंचों की निगाह पर गोधन बहुत दिन से चढ़ा हुआ था। दूसरे गाँव से आकर बसा है गोधन, और अब टोले के पंचों को पान-सुपारी खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया। परवाह ही नहीं करता है। बस, पंचों को मौका मिला। दस रुपया जुरमाना! न देने से हुक्का-पानी बन्द। आज तक गोधन पंचायत से बाहर है।"