हिन्दुस्तान

धूर्तों को नारा
मूर्खों को चारा
सारे जहाँ से अच्छा
यह हिन्दुस्तान हमारा।

शहर

हर किसी को
मुफ़्त में
बाँटता रहा
अकेलेपन का ज़हर
यह
भीड़ भरा
शहर।

मनमोहन झा
मनमोहन झा मैथिली भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह गंगा–पुत्र के लिये उन्हें सन् 2009 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित(मरणोपरांत) किया गया।