Tag: Gouri Chugh
सिंड्रेला
सुनो लड़की!
इस बार कोयले की राख को पेशानी पर रगड़ लेना
हालात की सौतेली बहनों से समझौता तुम कर लेना
नहीं आएगी परी कोई तुम्हारा मुस्तक़बिल...
गौरी चुघ की नज़्में
गौरी चुघ स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक दशक से ज़्यादा समय से सक्रिय हैं। उन्होंने शिक्षा जगत से जुड़े विभिन्न सरकारी, ग़ैर-सरकारी और...