पुस्तक समीक्षा | Book Reviews
‘अपनी अपनी बीमारी’ – हरिशंकर परसाई की व्यंग्य चिकित्सा
तीन-चार पेजों की बीस-इक्कीस कहानियों में अपने समाज की लगभग सारी बुराईयों को पृष्ठ-दर-पृष्ठ उघाड़ देना हरिशंकर परसाई ही कर सकते हैं। और वह भी ऐसी बीमारियाँ जिनसे ग्रस्त होना इस समाज के लिए एक Read more…