Tag: Identity

Shivangi

उसके शब्दकोश से मैं ग़ायब हूँ

मेरी भाषा मेरी माँ की तरह ही मुझसे अनजान है वह मेरा नाम नहीं जानती उसके शब्दकोश से मैं ग़ायब हूँ मेरे नाम के अभाव से, परेशान वह बिलकुल माँ...
Couple, Love, Waves, Abstract

पहचान

या तो वह बहुत पास था या बहुत दूर और ये दोनों वहाँ नहीं थे जहाँ मैं थी। मानो मैं एक अन्तराय थी एक 'बीच'— एक परिचय उसके निकटतम होने का उसकी दूरस्थता का मानो मैं एक पहचान...
Hand touching water

अभिलाषा, पहचान, युद्ध

Poems: Harshita Panchariya अभिलाषा माँगो तो मनोकामनाओं के अंतिम अध्याय में अपूर्ण रहने का वर माँग लेना क्योंकि अनेक सम्भावनाओं का ठौर इतना सहज कहाँ? पहचान पहचानी जाऊँगी तो संसार की उस मूर्ख स्त्री...
Mirror, Reflection, Man, Identity

पहचान

हम अपने आप को अपने चेहरे से नहीं पहचानते नहीं बुलाते ख़ुद को हम अपने नाम से घर के बाहर लगी नेम प्लेट दूसरों के लिए है दूसरों के लिए...
Naveen Sagar

अपना अभिनय इतना अच्छा करता हूँ

'Apna Abhinay Itna Achchha Karta Hoon', a poem by Naveen Sagar कविता संग्रह 'जब ख़ुद नहीं था' से  घर से बाहर निकला फिर अपने बाहर निकल कर अपने...
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