Tag: Poems on Hills

Ramesh Pathania

रमेश पठानिया की कविताएँ

इन्हीं राहों पर इन्हीं राहों पर नदी के इस छोर से पानी में लंबी होती परच्छाईयों को निहारा करते थे पास बैठे, तुमने उस घास के तिनके से कितनी...
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