Tag: Urdu Shayeri
जाँ से गुज़रे भी तो दरिया से गुज़ारेंगे तुम्हें
जाँ से गुज़रे भी तो दरिया से गुज़ारेंगे तुम्हें
साथ मत छोड़ना हम पार उतारेंगे तुम्हें
तुम सुनो या न सुनो, हाथ बढ़ाओ न बढ़ाओ
डूबते डूबते...
न पूछ क्यूँ मिरी आँखों में आ गए आँसू
न पूछ क्यूँ मिरी आँखों में आ गए आँसू
जो तेरे दिल में है इस बात पर नहीं आए
वफ़ा-ए-अहद है ये पा-शिकस्तगी तो नहीं
ठहर गया...
गर्ल्स कॉलेज की लारी
"उसकी एक पंक्ति 'कमबख़्त ने गाने न दिया एक भी गाना' गर्ल्स कॉलेज में इतनी मक़बूल हुई कि स्थायी रूप से लड़कियों की उस सुपरवाइजर का संक्षिप्त नाम (Nickname) 'कमबख़्त' पड़ गया।"
ग़ज़ल – एक परिचय
ग़ज़ल ने पिछले तीन, साढ़े तीन सौ वर्षों में एक लम्बा सफ़र तय किया है। पहले ये क़सीदों का हिस्सा थी, जो बादशाहों की...