Tag: Sharankumar Limbale
शरणकुमार लिम्बाले – ‘अक्करमाशी’
शरणकुमार लिम्बाले की आत्मकथा 'अक्करमाशी' से उद्धरण | Quotes from 'Akkarmashi' , an autobiography by Sharan Kumar Limbale
"आत्मकथा का अर्थ जो जीवन जीया है,...
दलित-लेखक ज़िन्दगी-भर झोंपड़ी में ही रहें, यह कैसा दुराग्रह?
शरणकुमार लिम्बाले की आत्मकथा 'अक्करमाशी' से
'दलित-आत्मकथा' एक बहुचर्चित साहित्य-विधा है। दलित-कविता तथा समीक्षा के कारण दलित-साहित्य का विकास हुआ, तो दलित-आत्मकथा के कारण यह...
दंगा-फ़साद
अनुवाद: पद्मजा घोरपड़े
जातीय दंगा-फ़साद की गोलाबारी में
मर गये मेरे बाप की लाश उठाते हुए
मुझे लगा
मेरा ही विभाजन हो गया है
देश से!
मुख्यमन्त्री निधि से मिला...
श्वेतपत्र
(रूपान्तर: प्रकाश भातम्ब्रेकर)
खोए हुए बालक-सा
प्रजातन्त्र
जो माँ-बाप का नाम भी नहीं बता सकता
न ही अपना पता
और सत्ता भी
मानो नीची निगाहों से रास्ता नाप रही पतिव्रता
अपने...