Tag: Sheoraj Singh Bechain
अच्छी कविता
अच्छी कविता
अच्छा आदमी लिखता है
अच्छा आदमी कथित ऊँची जात में पैदा होता है
ऊँची जात का आदमी
ऊँचा सोचता है
हिमालय की एवरेस्ट चोटी की बर्फ़ के बारे...
टैगोर
'Tagore', a poem by Sheoraj Singh Bechain
कबीर की सौ कविताएँ
रैदास के
शब्दों का सारा ज्ञान
संगीत की साधना
गीतांजलि का
अद्भुत अवदान
सब एक ओर
सब बेमतलब
यदि मानव
को अछूत करने...
श्यौराज सिंह बेचैन कृत ‘भोर के अँधेरे में’
विवरण: व्यवस्था के ख़ौफ़नाक मंज़र को चीरता कवि श्यौराज सिंह बेचैन का पाँचवाँ कविता संग्रह ‘भोर के अँधेरे में’ आपके हाथों में है। समाज सरोकार...