अनुवाद: पुनीत कुसुम
कितने गिरिजाघर हैं स्वर्ग में?
शार्क मछली क्यों नहीं करती आक्रमण
निर्लज्ज जलपरियों पर?
क्या धुंध करती है बातें बादलों से?
क्या यह सच है कि हमारी इच्छाएँ
ओस से सींची जानी चाहिए?
अनुवाद: पुनीत कुसुम
कितने गिरिजाघर हैं स्वर्ग में?
शार्क मछली क्यों नहीं करती आक्रमण
निर्लज्ज जलपरियों पर?
क्या धुंध करती है बातें बादलों से?
क्या यह सच है कि हमारी इच्छाएँ
ओस से सींची जानी चाहिए?