यह चेतावनी है
कि एक छोटा बच्चा है।
यह चेतावनी है
कि चार फूल खिले हैं।
यह चेतावनी है
कि ख़ुशी है
और घड़े में भरा हुआ पानी
पीने के लायक़ है,
हवा में सॉंस ली जा सकती है।
यह चेतावनी है
कि दुनिया है,
बची दुनिया में
मैं बचा हुआ
यह चेतावनी है
मैं बचा हुआ हूँ।
किसी होने वाले युद्ध से
जीवित बच निकलकर
मैं अपनी
अहमियत से मरना चाहता हूँ
कि मरने के
आख़िरी क्षणों तक
अनंतकाल जीने की कामना करूँ
कि चार फूल हैं
और दुनिया है।
विनोद कुमार शुक्ल की कविता 'प्रेम की जगह अनिश्चित है'