रात में रिस्क नहीं लेना चाहिए, रातें जितनी खूबसूरत होती हैं उतनी ही रिस्की भी बेवफा माशूक की तरह
रात के पास होता है अंधेरा
अंधेरे में होता है डर
रात के पास बाहें होती हैं
जिनमें सुकून भी होता है और जकड़ भी
इसीलिये रात रिस्की चीज़ है और खूबसूरत भी
जब खतरा दिखे तो सतर्क हो जाओ
जब सुकून दिखे तो चैन से सो जाओ
ख्वाब देखो, खर्राटा लो कुछ भी करो
लेकिन पहले रात का रंग पहचान लो
ये अलग बात है कि रात रंगीन नहीं होती, रात में अंधेरा होता है, अंधेरे में रंग पहचानना मुश्किल है
इसीलिए रात को रंगीन बनाना पड़ता है, अपने आप नहीं होता ये काम
रात के पास किस्से होते हैं,
कुछ सुनाने के लिए, कुछ मद्धम सुर में गुनगुनाने के लिए… जिसे कोई सुन न सके
रात के पास ही वो अफसाने होते हैं
जिन्हें कोई कह न सके…