Tag: Hindi Poems
देवेन्द्र शर्मा की कविताएँ
दैवीय प्रेम
गाहे-बगाहे,
अपने प्रेम को महानता
और अपने अनुरोध को वैधता
देने के आशय से
मैंने हमारे साथ होने को दैवीयता के धागों से बुना;
मसलन ये कि
बिना चाँद...
विशेष चंद्र ‘नमन’ की कविताएँ
मौजूदगी
एक बेशकीमती दिन बचा रहता है
कल के आने तक
हम बांसुरी में इंतज़ार के पंख लपेट हवा को बुलाने से ज़्यादा, कुछ नहीं करते
एक अनसुनी...
बालकवि बैरागी की बाल कविताएँ
Poems: Balkavi Bairagi
चाँद में धब्बा
गोरे-गोरे चाँद में धब्बा
दिखता है जो काला-काला,
उस धब्बे का मतलब हमने
बड़े मज़े से खोज निकाला।
वहाँ नहीं है गुड़िया-बुढ़िया
वहाँ नहीं बैठी है...
‘माँ’ के लिए कुछ कविताएँ
'माँ' - मोहनजीत
मैं उस मिट्टी में से उगा हूँ
जिसमें से माँ लोकगीत चुनती थी
हर नज्म लिखने के बाद सोचता हूँ-
क्या लिखा है?
माँ कहाँ इस...
‘घर, माँ, पिता, पत्नी, पुत्र, बंधु!’ – कुँवर बेचैन की पाँच कविताएँ
कुँअर बेचैन हिन्दी की वाचिक परम्परा के प्रख्यात कवि हैं, जो अपनी ग़ज़लों, गीतों व कविताओं के ज़रिए सालों से हिन्दी श्रोताओं के बीच...
प्रेम की एक कविता ताल्लुक़ के कई सालों का दस्तावेज़ है
त्याग, समर्पण और यहाँ तक कि अनकंडीशनल लव भी प्रेम में पुरानी बातें हैं। और पुरानी इसलिए क्योंकि जब भी किसी ने इन शब्दों...