Tag: Prayag Shukla

Prayag Shukla

आलिंगन

आलिंगन हवाओं का। और ऐसा भी कि गुज़र ही न सके हवा बीच उसके। और वह भी कि हल्का हो स्पर्श। हो बस सरसराहट एक वस्त्रों की। कंधे पर, पीठ पर...
Mohammad Rafi - Swayam Ishwar Ki Awaz

वह आवाज़ जिसने करोड़ों लोगों को मंत्रमुग्ध किया

किताब अंश: 'मोहम्मद रफ़ी - स्वयं ईश्वर की आवाज़' उस आवाज़ की तारीफ़ को चंद शब्दों में समेट पाना ज़रा मुश्किल है, जिसकी शख़्सियत का...
Prayag Shukla

अन्न के ढेर लगाता हुआ

जल के साथ जल हूँ, खेतों तक उसे लाता हुआ। बीज के साथ बीज हूँ, उसे उगाता हुआ। हवा के साथ हवा हूँ, फ़सल के साथ लहराता हुआ। धूप के...
Prayag Shukla

समय न था

एक चिड़िया उड़ रही थी आकाश में, उसकी पूरी उड़ान देखने का समय न था। फूल हिल रहे थे कई-कई रंगों में, उनके रंग पहचानने का समय न था। थोड़ी बदली थी जो...
Prayag Shukla

उन्माद के ख़िलाफ़

उन्माद कभी ज़्यादा देर तक नहीं ठहरता, यही है लक्षण उन्माद का। बीजों में, पेड़ों में, पत्तों में नहीं होता उन्माद आँधी में होता है पर वह भी ठहरती नहीं ज़्यादा...
Prayag Shukla

तुम मत घटाना

तुम घटाना मत अपना प्रेम, तब भी नहीं जब लोग करने लगें उसका हिसाब। ठगा हुआ पाओ अपने को अकेला एक दिन, तब भी नहीं। मत घटाना अपना प्रेम। बन्द कर देगी तुमसे बोलना नहीं तो धरती यह,...
Prayag Shukla

कहा मेरी बेटी ने

'ऐसे नहीं होते कवि' कहा मेरी बेटी ने, ग्यारह साल की— देखती हूँ, बहुत दिनों से नहीं पूछा आपने, पौधों के बारे में। छत पर नहीं गए देखने तारे। बारिश...
Prayag Shukla

हमें नहीं मालूम था

कविता संग्रह 'यह एक दिन है' से हमें नहीं मालूम था कि हम मिलेंगे एक दिन पर जब मिल जाते हैं लगता है तय था हमारा मिलना।...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)