Tag: Dalit Poem

Om Prakash Valmiki

घृणा तुम्हें मार सकती है

चाहे संकीर्ण कहो या पूर्वाग्रही मैं जिस टीस को बरसों-बरस सहता रहा हूँ अपनी त्वचा पर सुई की चुभन जैसे, उसका स्वाद एक बार चखकर देखो हिल जाएगा पाँव तले...
Dalits - The Untouchables

हीरा डोम की ‘अछूत की शिकायत’ – हिन्दी की पहली दलित कविता

हीरा डोम भारतीय साहित्य में प्रथम दलित कवि के रूप में जाने जाते हैं, जिनकी केवल एक कविता 'अछूत की शिकायत', जो मूलतः भोजपुरी...
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