Tag: Trilochan
अगर चाँद मर जाता
अगर चाँद मर जाता
झर जाते तारे सब
क्या करते कविगण तब?
खोजते सौन्दर्य नया?
देखते क्या दुनिया को?
रहते क्या, रहते हैं
जैसे मनुष्य सब?
क्या करते कविगण तब?
प्रेमियों का...
चम्पा काले-काले अक्षर नहीं चीन्हती
चम्पा काले-काले अच्छर नहीं चीन्हती
मैं जब पढ़ने लगता हूँ, वह आ जाती है
खड़ी-खड़ी चुपचाप सुना करती है
उसे बड़ा अचरज होता है:
इन काले चिन्हों से...
परिचय की गाँठ
कविता संग्रह 'तुम्हें सौंपता हूँ' से
यूँ ही कुछ मुस्काकर तुमने
परिचय की वो गाँठ लगा दी!
था पथ पर मैं भूला-भूला
फूल उपेक्षित कोई फूला
जाने कौन लहर थी उस...