Tag: Communalism
द्वारका भारती की कविताएँ
द्वारका भारती पंजाबी भाषा के सुपरिचित कवि, लेखक व उपन्यासकार हैं और पिछले कई सालों से पंजाबी दलित साहित्य आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे...
यशस्वी पाठक की कविताएँ
कविताएँ: यशस्वी पाठक
एक
कवि और लेखकों की शामें दोस्तों के साथ या सड़कों पर गश्त लगाते गुज़रती हैं
जहाँ गर्भ धारण करते हैं उनके मस्तिष्क
जिससे जन्म...
सफ़ेद रात
पुराने शहर की इस छत पर
पूरे चाँद की रात
याद आ रही है वर्षों पहले की
जंगल की एक रातजब चाँद के नीचे
जंगल पुकार रहे थे...
साम्प्रदायिकता और संस्कृति
प्रेमचंद का लेख 'साम्प्रदायिकता और संस्कृति' | 'Sampradayikta Aur Sanskriti', an article by Premchand
साम्प्रदायिकता सदैव संस्कृति की दुहाई दिया करती है। उसे अपने असली...
प्रभात की कविताएँ
क़स्बे का कवि
वह कोई अधिकारी नहीं है कि लोग
जी सर, हाँ सर कहते हुए काँपें उसके सामने
नेता नहीं है कि इंसानों का समूह
पालतू कुत्तों के...
सबसे उर्वर ज़मीन
"पाषाण तराशे गए,
सुंदर और सुंदर।
भगवान कहा गया उन्हें......भेद तब खुल गया
जब मूरत के सामने
मनुष्यता का सबसे जघन्य और बर्बर दृश्य भी
भगवान के चेहरे पर शिकन न ला सका।"