Tag: Man Woman
पत्नी : तीन कविताएँ
1
उसने उस लड़की के साथ
आग के चारों ओर सात फेरे तो लगा लिए हैं
लेकिन वह उसके भीतर जमी बर्फ़ नहीं पिघला सका है
बारात में...
औरत ज़ात
महाराजा ग से रेस कोर्स पर अशोक की मुलाक़ात हुई। इसके बाद दोनों बेतकल्लुफ़ दोस्त बन गए।
महाराजा ग को रेस के घोड़े पालने का...
तुम्हें पता है बुद्ध, छलावे, स्त्री-पुरुष
Poems: Yogesh Dhyani
तुम्हें पता है बुद्ध
तुम्हें पता है बुद्ध
तुम्हारे अनुयायियों के अलावा भी
तुम बहुतों के प्यारे हो
तुम विशाल होटलों के
मुख्य द्वारों से लेकर
मदिरालयों की...
स्त्री-पुरुष समीकरण
'Stri Purush Sameekaran', poems by Anuradha Annanya
1
जब पिता पिताओं से नहीं होते
छोड़ देते हैं अपनी शासक छवि
और अपनी बेटियों के साथ खड़े होते हैं
उसी तरह...