Tag: Plight of Prostitutes

Sahir Ludhianvi

चकले (जिन्हें नाज़ है हिन्द पर वो कहाँ हैं)

ये कूचे, ये नीलाम घर दिलकशी के ये लुटते हुए कारवाँ ज़िन्दगी के कहाँ हैं, कहाँ हैं मुहाफ़िज़ ख़ुदी के सना-ख़्वान-ए-तक़्दीस-ए-मशरिक़ कहाँ हैं ये पुर-पेच गलियाँ, ये बे-ख़्वाब बाज़ार ये...
Saadat Hasan Manto

काली सलवार

सआदत हसन मंटो की कहानी 'काली सलवार' | 'Kali Salwar', a story by Saadat Hasan Manto दिल्ली आने से पहले वो अम्बाला छावनी में थी...
Girl, Dark

इन्तज़ार और

'Intezaar Aur', a poem by Janakraj Pareek सुमेश बाबू देर तक उसकी लुज-लुज छातियों से जूझते रहे पर उरमला को उसी तरह ठण्डा और ठस्स पाकर झुँझलाए और कमला बाई के...
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