Tag: Letters
तेरे ख़तों की ख़ुशबू
तेरे ख़तों की ख़ुशबू
हाथों में बस गई है. साँसों में रच रही है
ख़्वाबों की वुसअतों में इक धूम मच रही है
जज़्बात के गुलिस्ताँ महका...
उपेन्द्रनाथ अश्क का राजकमल चौधरी को पत्र
5, ख़ुसरोबाग़ रोड
इलाहाबाद, 21-11-61
प्रिय राजकमल,तुम्हारा पत्र मिला। उपन्यास (नदी बहती है) की प्रतियाँ भी मिलीं। मैं उपन्यास पढ़ भी गया। रात ही मैंने उसे...
तुम्हारा होना
मैं भेज आया हूँ अपने ही
पते पर तीन खतएक में तुम्हारा जाना लिखा
दूसरे में तुम्हारा होना लिखा
और
तीसरे में तुम्हारा लौटना लिखाजब ये मेरे पास...