Tag: Morning
उल्कापिंड के गीले-गीले दीप
वह कौन से ऐसे पल होते हैं जो हमारी आँखों में भर देते हैं विश्वास के आँसू और जहाँ जबरन चिपका दिए जाते हों...
चुगलखोर शाम
शाम, हर शाम हर चेहरे पर
दिन को डायरी की तरह लिखती है
जिसमें दर्ज होती हैं दिन भर की सारी
नाकामियाँ, परेशानियाँ, हैरानियाँ, नादानियाँ
और हाशिए पर
धकेली...
अप्रैल की एक खूबसूरत सुबह बिल्कुल सही लड़की को देखने के बाद
"हम अपनी-अपनी परीक्षा लेते हैं - सिर्फ एक बार। अगर हम वास्तव में एक-दूसरे के बिल्कुल सच्चे प्रेमी हैं, तो एक बार फिर से, कहीं न कहीं, जरूर मिलेंगे। और जब ऐसा होगा, और हमें यकीन हो जाएगा कि हम बिल्कुल सही प्रेमी हैं, तो हम तभी के तभी शादी कर लेंगे। तुम क्या सोचती हो?""हाँ", उसने कहा, "हमें वास्तव में यही करना चाहिए।"
रंग तमाम भर चुकी सुब्ह ब-ख़ैर ज़िन्दगी..
जाने माने युवा शायर और युवा साहित्य अकादेमी विजेता अमीर इमाम की किताब 'सुब्ह ब-ख़ैर ज़िन्दगी' कुछ ही दिनों पहले रेख़्ता बुक्स से प्रकाशित...