Tag: Religious Riots
शरीफ़न
जब क़ासिम ने अपने घर का दरवाज़ा खोला तो उसे सिर्फ़ एक गोली की जलन थी जो उसकी दाहिनी पिंडली में गड़ गई थी,...
राही मासूम रज़ा – ‘टोपी शुक्ला’
प्रस्तुति: पुनीत कुसुम
"मुझे यह उपन्यास लिखकर कोई ख़ुशी नहीं हुई।"
"समय के सिवा कोई इस लायक़ नहीं होता कि उसे किसी कहानी का हीरो बनाया...
अपनी केवल धार
"जब तक इंसान खाना खाएगा, तब तक उसको तीन चीज़ों की ज़रूरत रहेगी ही। खाने की, आग की और चाक़ू की। खाना किसान उगाता...
मोज़ील
सआदत हसन मंटो की कहानी 'मोज़ील' | 'Mozeel', a story by Saadat Hasan Mantoत्रिलोचन ने पहली बार, चार वर्षों में पहली बार, रात को...
हस्तिनापुर के सैनिक
'Hastinapur Ke Sainik', a poem by Nirmal Guptहस्तिनापुर से गए थे सैनिक
कुरुक्षेत्र के मैदान में,
वहाँ जाने का मक़सद और
ज़िन्दा बचे रहने की उम्मीद लिए बिना,
हालाँकि...