लोहे की तलवार से तेज रंग की धार,
पीले नीले बैंगनी फागुन के हथियार,
बासन्ती मनवा भया छेड़े फागुन राग,
शीतल जल की धार से छूटे मन के दाग,
फागुन रंगभरिया चले सुधरे सकल भदेस,
पहुँचे मधुमय थाल में फागुन का सन्देश!

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