Tag: Poem for kids

School Kids, School Children

पास हुए हम हुर्रे-हुर्रे

पास हुए हम, हुर्रे-हुर्रे! दूर हुए गम, हुर्रे-हुर्रे! रोज नियम से, किया परिश्रम और खपाया भेजा। धीरे-धीरे, थोड़ा-थोड़ा हर दिन ज्ञान सहेजा। थके नहीं हम, हुर्रे-हुर्रे! हम कछुआ ही सही चले...
Billu Ka Basta

मेले की सैर

मिलके चलेंगे मेले भाई जाना नहीं अकेले भाई धेले की पालिश मंगवाओ कटा फटा जूता चमकाओ बाइसिकल रस्सी से बाँधो टोपी पर तमग़ा चिपकाओ मुँह को बस पानी से चुपड़ो साबुन...
Yadram Rasendra

चाँद

मम्मी से यों रोकर बोली मेरी जीजी नंदा जाऊँगी स्कूल तभी, जब दिखला दोगी चंदा! मम्मी बोली- चुप रह बिटिया कहना मेरा मान, पापा जी का हैट हटाकर उधर देख आ...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)