Tag: Poem for kids
पास हुए हम हुर्रे-हुर्रे
पास हुए हम, हुर्रे-हुर्रे!
दूर हुए गम, हुर्रे-हुर्रे!
रोज नियम से, किया परिश्रम
और खपाया भेजा।
धीरे-धीरे, थोड़ा-थोड़ा
हर दिन ज्ञान सहेजा।
थके नहीं हम, हुर्रे-हुर्रे!
हम कछुआ ही सही चले...
मेले की सैर
मिलके चलेंगे मेले भाई
जाना नहीं अकेले भाई
धेले की पालिश मंगवाओ
कटा फटा जूता चमकाओ
बाइसिकल रस्सी से बाँधो
टोपी पर तमग़ा चिपकाओ
मुँह को बस पानी से चुपड़ो
साबुन...
चाँद
मम्मी से यों रोकर बोली
मेरी जीजी नंदा
जाऊँगी स्कूल तभी, जब
दिखला दोगी चंदा!
मम्मी बोली- चुप रह बिटिया
कहना मेरा मान,
पापा जी का हैट हटाकर
उधर देख आ...