ज़िन्दगी का अर्थ
मरना हो गया है
और जीने के लिये हैं
दिन बहुत सारे।

इस
समय की मेज़ पर
रक्खी हुई
ज़िन्दगी है ‘पिन-कुशन’ जैसी
दोस्ती का अर्थ
चुभना हो गया है
और चुभने के लिए हैं
पिन बहुत सारे।

निम्न-मध्यमवर्ग के
परिवार की
अल्पमासिक आय-सी
है ज़िन्दगी
वेतनों का अर्थ
चुकना हो गया है
और चुकने के लिए हैं
ऋण बहुत सारे।