Tag: Chakmak
तेरे वाला हरा
चकमक, जनवरी 2021 अंक से
कविता: सुशील शुक्ल
नीम तेरी डाल
अनोखी है
लहर-लहर लहराए
शोखी है
नीम तेरे पत्ते
बाँके हैं
किसने तराशे
किसने टाँके हैं
नीम तेरे फूल
बहुत झीने
भीनी ख़ुशबू
शक्ल से पश्मीने
नीम...
क्यों क्यों
चकमक, दिसम्बर 2020 अंक से
'क्यों क्यों' में इस बार का हमारा सवाल था— "गोल चीज़ें लुढ़कती क्यों हैं?"
कई बच्चों में हमें दिलचस्प जवाब भेजे...
सड़कों पर निकली किताबों की एक नदी
लेख: मुदित श्रीवास्तव
कनाडा में एक शहर है, टोरंटो। यहाँ हर साल एक उत्सव मनाया जाता है, जिसे ‘नुइट ब्लांशे’ कहा जाता है। इसका मतलब...