Tag: Night
सवाल
देर रात गुज़रते हुए
कुत्तों की खोजी आँखों में
उभर आये सवाल को
देखकर अहसास होता है
इस आबाद लेकिन वीरान शहर में
कोई तो है
जिसकी आँखों में एक...
चाँदनी रात में नौका विहार
चाँदनी बिखेरती रात जगमगा रही
और हमें संग लिए नाव चली जा रही
आसमान के तले, याद के दिए जले
छपक छपक धार पर नाव शान से...
सो गए हैं गान!
"छंद में कर बंद
प्रिय को बहुत रोका,
दे न पाया पर स्वयं
को हाय धोखा..."
उल्कापिंड के गीले-गीले दीप
वह कौन से ऐसे पल होते हैं जो हमारी आँखों में भर देते हैं विश्वास के आँसू और जहाँ जबरन चिपका दिए जाते हों...
चुगलखोर शाम
शाम, हर शाम हर चेहरे पर
दिन को डायरी की तरह लिखती है
जिसमें दर्ज होती हैं दिन भर की सारी
नाकामियाँ, परेशानियाँ, हैरानियाँ, नादानियाँ
और हाशिए पर
धकेली...