कवियों ने लिखी कवितायें सौन्दर्य पर
और कर दिया घोषित
कि रूप से ज्यादा
मन होता है सुन्दर।
कवियों ने लिखा प्रेम पर
और कहा
प्रेम ईश्वर तक पहुँचने का
सरलतम मार्ग है।
कवियों ने लिखा समाज पर
और बताया
कि कैसे निर्माण किया जा सकता है
एक आदर्श समाज।
कवियों ने कहा हम अपराध के ख़िलाफ लिखेंगे
और उनकी कलम चलने लगी लगातार
अन्याय और अपराध को रोकने के लिये।
आजकल कवि खड़े हैं मूक
हाथ बाँधे
वो जो लिख रहे हैं
उसे कविताओं की श्रेणी से ज्यादा
गिना जाता है चापलूसी में।
मैं कहता हूँ सभी कवियों से कि वो
प्रत्युत्तर दें
और घोषित कर दें
कि कवि होना
इस समय का सबसे बड़ा अपराध है।