1
बादल
इस दुनिया के सबसे मुलायम झूठ हैं
और बारिशें
सबसे भीगा सच…
2
मैंने तो
कभी नहीं चाहा
नदी होना
फिर ये सैलाब
किसने टाँक दिया मेरी हथेली पर…?
3
तुम्हारा होना
ऐसा होता है जैसे
बादल की थाप पर बजते हों
बारिश के घुँघरू
और तितली घोल दे
चुटकी भर हल्दी रंग
धरती की आँखों में…