‘Miss Cow: A Love Story’, a book by Sudhish Pachauri

विवरण: मिस काउ : ए लव स्टोरी एक हिन्दू कथा है। यह एक छोटी-सी ‘लव स्टोरी’ भी है जो बहुत-सी ‘हेट स्टोरीज़’ के बरअक्स जन्म लेती है। यहाँ कुछ कलिकथा है, कुछ कल्कि अवतार कथा है और यहाँ मैकाले भी है।

इस आख्यान का नायक ‘आत्मा’ एक हिन्दू चित्त है जो त्रिधा-विभक्त है, जिसके नाम अनेक ‘कीर्तिमान’ दर्ज हैं।

नाना उपाख्यानों के बीच जिज्ञासावश वह अपने गुरुदेव से अपना ‘संशय’ प्रकट कर बैठता है और ‘संशयात्मा विनश्यति’ के शाप का भागी बनता है। गुरुदेव के शाप से बचाती है इस कहानी की नायिका ‘मिस काउ’।
यह एक जटिल उत्तर-आधुनिक विमर्शात्मक आख्यान है जो कल्पना की शुद्ध आवारगी से उपजा है।

इसका नायक अपनी तमाम ख़ूबियों और दुष्टताओं के बावजूद लेखक की हमदर्दी का पात्र है।

लेखक परिचय: सुधीश पचौरी. जन्मः 29 दिसम्बर, जनपद अलीगढ़। शिक्षाः एम.ए. (हिन्दी) (आगरा विश्वविद्यालय), पीएच.डी. एवं पोस्ट डॉक्टरोल शोध (हिन्दी), दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली। मार्क्सवादी समीक्षक, प्रख्यात स्तम्भकार, मीडिया विशेषज्ञ। चर्चित पुस्तकेंः नई कविता का वैचारिक आधार; कविता का अन्त; दूरदर्शन की भूमिका; दूरदर्शनः स्वायत्तता और स्वतन्त्राता (सं.); उत्तर-आधुनिक परिदृश्य; उत्तर-आधुनिकता और उत्तर संरचनावाद; नवसाम्राज्यवाद और संस्कृति; नामवर के विमर्श (सं.); उत्तर-आधुनिक साहित्य विमर्श; दूरदर्शनः विकास से बाजशर तक; उत्तर-आधुनिक साहित्यिक-विमर्श; देरिदा का विखण्डन और विखण्डन में ‘कामायनी’; मीडिया और साहित्य; टीवी टाइम्स; साहित्य का उत्तरकाण्ड; अशोक वाजपेयी पाठ कुपाठ (सं.); प्रसार भारती और प्रसारण-परिदृश्य; दूरदर्शनः सम्प्रेषण और संस्कृति, स्त्राी देह के विमर्श; आलोचना से आगे; मीडिया, जनतन्त्रा और आतंकवाद; निर्मल वर्मा और उत्तर-उपनिवेशवाद; विभक्ति और विखण्डन; हिन्दुत्व और उत्तर- आधुनिकता; मीडिया की परख; पॉपूलर कल्चर; भूमण्डलीकरण, बाजशर और हिन्दी; टेलीविजन समीक्षाः सिद्धान्त और व्यवहार; उत्तर-आधुनिक मीडिया विमर्श; विंदास बाबू की डायरी; फासीवादी संस्कृति और पॉप-संस्कृति। सम्मानः मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् का रामचन्द्र शुक्ल सम्मान (देरिदा का विखण्डन और विखण्डन में ‘कामायनी’); भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पुरस्कार से सम्मानित; दिल्ली हिन्दी अकादमी द्वारा ‘साहित्यकार’ का सम्मान। सम्प्रतिः डीन ऑफ कॉलेजिज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली।

Format: Hard Bound
ISBN: 978-93-876481-0-4
Author: SUDHISH PACHAURI
Pages: 144
Publisher : Vani Prakashan

Link to buy:

Previous articleनिलय उपाध्याय कृत ‘पॉपकॉर्न विद परसाई’
Next articleविशाल विजय कृत ‘बार्किंग डॉग & पेइंग गेस्ट’
पोषम पा
सहज हिन्दी, नहीं महज़ हिन्दी...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here