Tag: भाषा
हमारी भाषा
यह कविता यहाँ सुनें:
https://youtu.be/ejZxw4tNpIk
भाषा में पुकारे जाने से पहले वह एक चिड़िया थी बस
और चिड़िया भी उसे हमारी भाषा ने ही कहा
भाषा ही ने दिया उस...
विराग की कविताएँ
प्रतीक्षा हमारे ख़ून में है
जिन दिनों हम गर्भ में थे
सरकारी अस्पताल की लाइन में लगी रहती माँ
और डॉक्टर लंच के लिए उठ जाता, कहते...
खुलती रस्सियों के सपने
लम्बी फ़ुर्सत की तलाश में
नया कहने, सुनने, गुनने की कैफ़ियत
जाती रहती है
ज़ुबान बंजर होती जाती है, साँस सँकरी
वक़्त की अदृश्य रस्सियाँ
पैरों को जकड़ती हुई
धीरे-धीरे गर्दन तक...
नयी भाषा
सड़कें, साइकिल और हमारे सजे हुए सपने
किसी थकी हुई भाषा के शब्दों की तरह रुक गए हैं,
चमत्कार की भाषा की चाह में
हमने दूर से...
घोंसला, भाषा
घोंसला
मुझे नहीं पता
मेरे पास कितना वक़्त शेष है
उम्र का कितना हिस्सा जी चुका
कितना रह गया है बाक़ी
मैं नहीं जानता
आजकल बहुत कम सोता हूँ
बहुत कुछ...
बात सीधी थी पर
बात सीधी थी पर एक बार
भाषा के चक्कर में
ज़रा टेढ़ी फँस गई।
उसे पाने की कोशिश में
भाषा को उलटा-पलटा
तोड़ा-मरोड़ा
घुमाया-फिराया
कि बात या तो बने
या फिर भाषा...
अवहेलना
सृष्टि की अनछुई देह पर
पहला प्रेम स्पर्श 'मौन' का था
जो भाषा से असहमत था
फिर भी आदम और हव्वा-
जिन्हें शाब्दिक स्पर्श की कोई अनुभूति नहीं...
भाषा के कोई सरनेम नहीं होते
हमारी आठवीं की उस संस्कृत कक्षा में तैरा करते थे
शब्द रूप और धातु रूप
खिड़कियों पर लटके रहते थे
हलंत और विसर्ग के कड़क नियम
जिन्हें उछलकर...
प्यार की भाषाएँ
'Pyar Ki Bhashaein', a poem by Kunwar Narayan
मैंने कई भाषाओं में प्यार किया है
पहला प्यार
ममत्व की तुतलाती मातृभाषा में,
कुछ ही वर्ष रही वह जीवन में
दूसरा...
प्रेम की भाषा
आँखों की अभिव्यक्ति
संसार की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति है,
आलिंगन संसार की सर्वोत्तम
चिकित्सा पद्धति है,
स्पर्श से बेहतरीन कोई
अनुवाद नहीं,
चुम्बन से उच्चतर कोई
अनुभूति नहीं।
प्रेम की अभिव्यक्ति
दो आत्माओं के...
अबूझ भाषा का प्रेम
'Aboojh Bhasha Ka Prem', poems by Preeti Karn
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तुम्हें अब तक सीख लेनी चाहिए
कविता की अबूझ भाषा!
ऐसा कुछ भी अज्ञात नहीं
जो इसकी परिधि के परे...
भाषा का न्यूटन
'Bhasha Ka Newton', a poem by Prem Prakash
भाषा के न्यूटन ने जब लिखा होगा
संधि-विच्छेद का नियम
तब पैदा नहीं हुए होंगे चाणक्य
न ही होती होगी
राज्यों...