Tag: Death
घोष बाबू और उनकी माँ
"हम यहाँ से निकलकर कहाँ जाएँगे?" — शिल्पा ने अनिमेष के कंधे पर सिर रक्खे कहा।
"जहाँ क़िस्मत ले जाए!" — अनिमेष की आवाज़ में...
थोड़ी बहुत मृत्यु
मृत्यु आयी और कल मेरी कहानी के एक पात्र को
अपने संग ले गई
अक्सर उसके घर के सामने से गुज़रते हुए
मैं उधर देख लिया करता था
अर्से से...
ख़ुदाओं से कह दो
जिस दिन मुझे मौत आए
उस दिन बारिश की वो झड़ी लगे
जिसे थमना न आता हो,
लोग बारिश और आँसुओं में
तमीज़ न कर सकें
जिस दिन मुझे...
नींद में
कैसे मालूम कि जो नहीं रहा
उसकी मौत नींद में हुई?
कह दिया जाता है
कि वह सोते हुए शान्ति से चला गया
क्या सबूत है?
क्या कोई था उसके...
अपेक्षाओं के बियाबान
सिलीगुड़ी
4 फ़रवरी, 70
आदरणीय दादा
सादर प्रणाम
कल रात फिर वही स्वप्न देखा। मैं और सुरभित समुद्र किनारे क़दमों के निशान छोड़ते बढ़े जा रहे हैं। अपर्णा...
रॉन्ग नम्बर
रात एक बजे का समय। तीर्थ बाबू की नींद टूट गयी। टेलीफ़ोन बज रहा था। आधी रात में टेलीफ़ोन बजने से क्यों इतना डर लगता...
एमिली डिकिंसन की कविता ‘मृत्य के पार गमन’
Poem: 'Because I Could Not Stop For Death'
Poetess: Emily Dickinson
भावानुवाद: नम्रता श्रीवास्तव
यद्यपि
मृत्युपरांत यात्रा पर अग्रसर हो चुकी थी मैं
पर याचना करके उस काल ने...
सिद्धार्थ बाजपेयी की कविताएँ
सुना तुम मर गए, गई रात
कोई सुबह है
किसी भी सुबह की तरह
वासंती सन्नाटा
गहरा है
और अचानक कोयल बोली
प्राणों को बेधती हुई
कलेजे में उठी हूक की...
मैं अपने मरने के सौन्दर्य को चूक गया
एक औरत मुजफ़्फ़रपुर जंक्शन के प्लेटफ़ार्म पर
मरी लेटी है
उसका बच्चा उसके पास खेल रहा है
बच्चे की उम्र महज़ एक साल है
एक औरत की गोद में...
दुःख की बात
निरर्थकताओं को सार्थकताओं में बदलने के लिए
हम संघर्ष करते हैं
बदहालियों को ख़ुशहालियों में बदलने के लिए
हम संघर्ष करते हैं
क्योंकि कमियाँ जब अभाव बन जाती...
प्रस्थान के बाद
दीवार पर टंगी घड़ी
कहती— "उठो अब वक़्त आ गया।"
कोने में खड़ी छड़ी
कहती— "चलो अब, बहुत दूर जाना है।"
पैताने रखे जूते पाँव छूते—
"पहन लो हमें,...
पत्नी की मृत्यु पर
बायें हाथ में ले
अपना कटा हुआ दाहिना हाथ
बैठा हूँ मैं घर के उस कोने में
जिसे तुम्हारी मौत
कितनी सफ़ाई से ख़ाली कर गयी है।
अब यहाँ...